Saturday, December 6

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असीम मुनीर के CDF बनने पर घिरते बादल!
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असीम मुनीर के CDF बनने पर घिरते बादल!

नवाज़–ज़रदारी ने मिलाया हाथ, DG-ISI भी मैदान में—बड़ा खुलासा** इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सेना और सियासत के बीच शक्ति संघर्ष एक बार फिर चरम पर पहुँच गया है। आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर को तय समय सीमा बीत जाने के बावजूद चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) नियुक्त नहीं किया गया है। इसी बीच पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारी आदिल राजा के दावे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उनका कहना है कि मुनीर को CDF बनने से रोकने के लिए देश के दो बड़े राजनीतिक विरोधी—नवाज़ शरीफ और आसिफ अली ज़रदारी—ने इस बार हाथ मिला लिया है। नवाज़–ज़रदारी की संयुक्त रणनीति आदिल राजा के मुताबिक, असीम मुनीर भविष्य में अपार शक्ति हासिल कर सकते हैं। सेना में उन्होंने यह वादा किया है कि ताकत मिलने पर वे राजनीतिक दिग्गजों और बड़े सैन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की फाइलें खोलेंगे तथा प्रशासनिक ढांचे में बड़े बदलाव लाएँगे।इ...
भारतीय प्रधानमंत्री का शुक्रिया… PM मोदी की पहल पर BNP ने जताया आभार, खालिदा जिया की हालत नाज़ुक
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भारतीय प्रधानमंत्री का शुक्रिया… PM मोदी की पहल पर BNP ने जताया आभार, खालिदा जिया की हालत नाज़ुक

ढाका/नई दिल्ली: बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई संवेदनशील पहल के लिए धन्यवाद दिया है। पीएम मोदी ने बीएनपी की चेयरपर्सन और बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के गंभीर स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी तथा हर संभव मदद का प्रस्ताव दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “बेगम खालिदा जिया की सेहत के बारे में जानकर अत्यंत चिंता हुई, उन्होंने वर्षों तक बांग्लादेश के सार्वजनिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारी हार्दिक शुभकामनाएँ हैं कि वह जल्द स्वस्थ हों। भारत हर प्रकार की मदद के लिए तैयार है।” BNP का जवाब—‘प्रधानमंत्री मोदी के सद्भावपूर्ण संदेश के लिए आभार’ पीएम मोदी की इस मानवीय पहल पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीए...
पाकिस्तान–अफगान तालिबान तनाव गहराया: सऊदी अरब में बातचीत विफल, जंग का खतरा बढ़ा
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पाकिस्तान–अफगान तालिबान तनाव गहराया: सऊदी अरब में बातचीत विफल, जंग का खतरा बढ़ा

इस्लामाबाद/काबुल: पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच तनाव कम करने की कोशिशें एक बार फिर नाकाम साबित हुई हैं। सऊदी अरब में दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत बिना किसी नतीजे के टूट गई, जिससे सीमा पर फिर से संघर्ष भड़कने की आशंका गहरा गई है। इससे पहले तुर्की के इस्तांबुल में भी दो दौर की बैठकें किसी समझौते तक नहीं पहुंच सकी थीं। सूत्रों के अनुसार, तालिबान का प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब में हुई वार्ता में शामिल हुआ था। इस डेलीगेशन में तालिबान के उप गृहमंत्री रहमतुल्लाह नजीब, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी और वरिष्ठ नेता अनस हक्कानी शामिल थे। सऊदी अरब ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच शांति बहाल करने के लिए मध्यस्थता की इच्छा जताई थी, लेकिन वार्ता का टूटना स्थिति को और चिंताजनक बना रहा है। इस्तांबुल की वार्ता भी रही थी बेनतीजा कतर और तुर्की की मध्यस्थता में पहले दोहा और बाद में इस्तांबु...
शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर बांग्लादेश का बड़ा बयान — कहा, भारत से संबंध नहीं बिगाड़ेंगे, जल्द होगी पूर्व PM की वापसी की उम्मीद
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शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर बांग्लादेश का बड़ा बयान — कहा, भारत से संबंध नहीं बिगाड़ेंगे, जल्द होगी पूर्व PM की वापसी की उम्मीद

ढाका/नई दिल्ली: अपदस्थ बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर ढाका ने साफ संदेश दिया है कि यह मुद्दा भारत-बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों पर कोई असर नहीं डालेगा। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि भारत से शेख हसीना का “शीघ्र” प्रत्यर्पण हो जाएगा, क्योंकि विशेष न्यायाधिकरण द्वारा उन्हें मानवता के खिलाफ अपराध के मामले में मौत की सजा सुनाई जा चुकी है। “एक मुद्दे से नहीं बिगड़ेंगे संबंध” — ढाका का साफ संदेश ढाका में विदेशी पत्रकारों से बातचीत में बांग्लादेश के अंतरिम विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने कहा: “हमारे द्विपक्षीय संबंध किसी एक मुद्दे पर अटके नहीं रहेंगे। भारत के साथ हमारे रिश्ते निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।” हुसैन ने कहा कि चूंकि विशेष न्यायाधिकरण ने शेख हसीना को घोषित अपराधी करार दे दिया है, इसलिए बांग्लादेश को उनकी...
तुर्की ने कश्मीर पर उगला जहर — एर्दोगन की ‘खलीफा’ बनने की野टना बढ़ी, पाकिस्तान-बांग्लादेश बने मोहरा
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तुर्की ने कश्मीर पर उगला जहर — एर्दोगन की ‘खलीफा’ बनने की野टना बढ़ी, पाकिस्तान-बांग्लादेश बने मोहरा

अंकारा/नई दिल्ली: नाटो सदस्य देश तुर्की ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश की है। तुर्की ने अपने राष्ट्रीय बजट भाषण में कश्मीर का मुद्दा उठाकर भारत से खुली तनातनी मोल ली है। यह पहला मौका नहीं है—एर्दोगन बार-बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का नाम लेकर पाकिस्तान की भाषा बोलते आए हैं। विश्लेषकों का कहना है कि राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन मुस्लिम दुनिया में अपना दबदबा बढ़ाने और खुद को ‘इस्लाम का खलीफा’ के रूप में स्थापित करने की रणनीति के तहत ऐसा कर रहे हैं। इस खेल में पाकिस्तान और अब बांग्लादेश तुर्की के प्रमुख साथी बनते दिख रहे हैं। कश्मीर मुद्दे के सहारे एर्दोगन का इस्लामिक दुनिया में ‘लीडर’ बनने का खेल 18 नवंबर को तुर्की संसद में विदेश मंत्री हाकन फिदान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया और कश्मीर का मुद्दा उठाया। इससे पहले भी— एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्...
उपशीर्षक : बॉर्डर बंद, व्यापार ठप… फल–सब्जियों की महंगाई से लेकर उद्योगों की सांसें उखड़ीं
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उपशीर्षक : बॉर्डर बंद, व्यापार ठप… फल–सब्जियों की महंगाई से लेकर उद्योगों की सांसें उखड़ीं

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में जारी तनाव अब सीधे-सीधे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ने लगा है। अक्टूबर में सीमा पर हुई गोलीबारी के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार पूरी तरह बंद है। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि इस बंदी से अफगानिस्तान पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा, लेकिन नतीजा उलटा निकला। तालिबान सरकार ने भारत, ईरान, तुर्की और मध्य एशिया के देशों से नए व्यापारिक रास्ते खोलकर अपने बाजार को स्थिर रखा, जबकि पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट में फंस गया। पाकिस्तान में फल–सब्जियां दोगुनी कीमत पर अफगानिस्तान से रोजाना आने वाले फल और सब्जियों की आपूर्ति रुकने से पाकिस्तान में कई जरूरी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। कुछ शहरों में टमाटर 500 रुपए किलो तक पहुंच गया है। आम जनता महंगाई की इस मार से बेहाल है। उद्योग ठप, उत्पादन में भारी गिरावट ट्रेड रुकने का सबसे बड़ा असर पाकिस्तान की मैन्युफैक...
शीर्षक : पाकिस्तान और बांग्लादेश में बढ़ी चीनी दूल्हों की खोज — गरीबी और लालच का शिकार हो रहीं मासूम लड़कियां
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शीर्षक : पाकिस्तान और बांग्लादेश में बढ़ी चीनी दूल्हों की खोज — गरीबी और लालच का शिकार हो रहीं मासूम लड़कियां

चीन आज दुनिया की बड़ी आर्थिक शक्ति है, लेकिन उसकी सबसे बड़ी चुनौती अब जनसंख्या संकट बन गई है। दशकों पहले लागू की गई एक-बच्चे की नीति ने चीन में लड़कियों की भारी कमी पैदा कर दी है। इसका नतीजा यह है कि लाखों चीनी पुरुषों को अपने ही देश में दुल्हन नहीं मिल रही। इसी कमी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे गरीब पड़ोसी देशों में सीमा पार शादियों की नई लहर पैदा कर दी है। चीन में महिलाओं की गंभीर कमी — वजह बना पुराना कानून 1970 के दशक में जनसंख्या नियंत्रण के लिए चीन ने एक-बच्चे की नीति लागू की थी। इससे— बड़े पैमाने पर महिला भ्रूण हत्याएँ हुईं पुरुषों और महिलाओं की संख्या का असंतुलन बढ़ा आज लाखों चीनी युवाओं को शादी के लिए लड़की नहीं मिल पा रही इन युवकों को चीन में ‘लेफ्टओवर मेन’ कहा जाने लगा है। पाकिस्तान और बांग्लादेश — दुल्हनों के नए ‘बाजार’ चीनी पुरुष जिन देशों में अधिक द...
उपशीर्षक : यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार भारत आ रहे पुतिन, रूस को श्रमिकों की भारी कमी — भारतीय कामगारों के लिए बने नए अवसर
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उपशीर्षक : यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार भारत आ रहे पुतिन, रूस को श्रमिकों की भारी कमी — भारतीय कामगारों के लिए बने नए अवसर

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है। कूटनीतिक और रणनीतिक चर्चाओं के साथ-साथ इस बार दोनों देशों के बीच कामगारों को लेकर एक बड़ी डील होने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इज़रायल की तरह रूस भी अब भारतीय मजदूरों को बड़े पैमाने पर अवसर देने जा रहा है। रूस को 10 लाख विदेशी मजदूरों की आवश्यकता रूस की लेबर मिनिस्ट्री के अनुसार, देश में कार्यबल की भारी कमी है, और 2030 तक यह कमी 31 लाख तक पहुंच सकती है। यूक्रेन युद्ध में हजारों सैनिकों के मारे जाने और जनसंख्या वृद्धि दर गिरने से रूस के कई सेक्टरों में श्रमिकों का संकट गहरा गया है। रूस लंबे समय से मध्य एशिया से मजदूर बुलाता रहा है, लेकिन मार्च 2024 में मॉस्को में हुए बड़े आतंकी हमले कट्टरप...
पाकिस्तान में सत्ता संघर्ष गहराया: सेना को भी नहीं पता असली चीफ कौन, असीम मुनीर पर संकट गहरा, शहबाज सरकार की ‘बैकडोर राजनीति’ उजागर
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पाकिस्तान में सत्ता संघर्ष गहराया: सेना को भी नहीं पता असली चीफ कौन, असीम मुनीर पर संकट गहरा, शहबाज सरकार की ‘बैकडोर राजनीति’ उजागर

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सेना और नागरिक सरकार के बीच खींचतान खतरनाक मोड़ ले रही है। संविधान संशोधन के तहत बनाए गए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) के पद पर पहली नियुक्ति की डेडलाइन बीत चुकी है, लेकिन अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। इसी के साथ मौजूदा आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर की स्थिति भी असमंजस में है—और सबसे हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तानी सेना को खुद नहीं पता कि उनका असली चीफ आखिर है कौन! स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि देश की राजनीति और सेना दोनों अनिश्चितता के दौर में फंस गए हैं। CDF पद 27 नवंबर को खाली हो गया, जबकि मुनीर के आर्मी चीफ के कार्यकाल की समय सीमा 29 नवंबर को खत्म हो गई। इसके बावजूद सरकार ने कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया है, जिससे बड़े टकराव के संकेत मिल रहे हैं। भारत के लिए भी खतरे की चेतावनी भारतीय NSAB के पूर्व सदस्य तिलक देवाशेर ने ANI से बातचीत में पाकिस्तान...
दुनिया में बढ़ता तनाव: क्या ताइवान विवाद से भड़क सकती है तीसरा विश्व युद्ध
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दुनिया में बढ़ता तनाव: क्या ताइवान विवाद से भड़क सकती है तीसरा विश्व युद्ध

एशिया का माहौल इन दिनों बेहद तनावपूर्ण होता जा रहा है। ताइवान मुद्दे को लेकर चीन और जापान के बीच बढ़ती तकरार अब सैन्य टकराव की देहरी तक पहुँच गई है। जापानी प्रधानमंत्री द्वारा ताइवान पर सैन्य कार्रवाई पर विचार करने वाले बयान ने बीजिंग को भड़काया, और इसके बाद दोनों देशों के बीच जुबानी जंग तेज़ हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि एशिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक भी गलत कदम वैश्विक संकट को जन्म दे सकता है — जिसकी परिणति तीसरे विश्व युद्ध जैसी भयावह स्थिति में हो सकती है। उप्साला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अशोक स्वैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि भले ही सीधी जंग की संभावना कम हो, लेकिन परिस्थितियाँ अनियंत्रित हो जाएँ, यह बिल्कुल संभव है। उनके अनुसार चीन और जापान वर्तमान में जिस तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं, वह पूरे एशिया–प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहा है। ताइवान ...