Saturday, December 6

World

जिनपिंग से पूछा था लंबी उम्र का राज, वैज्ञानिकों की फौज लगी शोध में
World

जिनपिंग से पूछा था लंबी उम्र का राज, वैज्ञानिकों की फौज लगी शोध में

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के भारत दौरे पर आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनकी इस यात्रा पर दुनिया की नजर है—लेकिन सैन्य, कूटनीतिक और व्यापारिक फैसलों के साथ-साथ पुतिन अपने निजी विचारों और रहस्यमयी जीवनशैली को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इसी साल सितंबर में उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई एक निजी बातचीत लीक हुई थी, जिसमें दोनों नेताओं के बीच लंबी उम्र और ‘अमरता’ पर चर्चा हुई। यह बातचीत विश्वभर में बहस का विषय बन गई थी। बीजिंग में ‘अमरता’ पर चर्चा सितंबर में पुतिन चीन की सैन्य परेड में हिस्सा लेने बीजिंग पहुंचे थे। रेड-कार्पेट पर जिनपिंग के साथ टहलते हुए दोनों नेताओं के बीच अचानक उम्र बढ़ाने के उपायों पर बात शुरू हो गई। सूत्रों के अनुसार, पुतिन ने इस बातचीत में कहा था कि—“टेक्नोलॉजी की प्रगति के साथ इंसानी अंगों का ट्रांसप्लांट संभव है, जिससे मनुष्य ल...
चीन में कार की सवारी का पुतिन ने सुनाया किस्सा, कहा—भारत से निजी रिश्ता ज्यादा अहम
World

चीन में कार की सवारी का पुतिन ने सुनाया किस्सा, कहा—भारत से निजी रिश्ता ज्यादा अहम

रिज़वान | नवभारत टाइम्स | 4 दिसंबर 2025 भारत और रूस के बीच रणनीतिक रिश्तों को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीदों के बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। इस बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने एक खास अनुभव को साझा किया, जिसने दो नेताओं के बीच की गर्मजोशी और व्यक्तिगत तालमेल को एक बार फिर उजागर कर दिया है। चीन में मोदी-पुतिन की 'दोस्ताना' कार यात्रा पुतिन ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया कि सितंबर में चीन में आयोजित SCO समिट के दौरान दोनों नेता बैठक खत्म होने के बाद साथ में एक कार से निकले थे। यह घटना पहले से तय नहीं थी। पुतिन ने कहा—“हम बाहर निकले तो मेरी कार वहीं थी। मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा—क्यों न हम साथ चलें? उन्होंने मुस्कुराकर तुरंत हामी भर दी। हम बिल्कुल दो दोस्तों की तरह कार में बैठे।” उन्होंने बत...
F-35 जेट पर ट्रंप की शर्त ने बिगाड़ा भारत-अमेरिका माहौल
World

F-35 जेट पर ट्रंप की शर्त ने बिगाड़ा भारत-अमेरिका माहौल

भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से चर्चा में चल रहे व्यापार और रक्षा समझौते पर अचानक आई सुस्ती ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों देशों के बीच महीनों तक चली बैठकों और सकारात्मक बयानों के बावजूद ट्रेड डील अब ठंडे बस्ते में नजर आ रही है। बिजनेस वर्ल्ड की रिपोर्ट ने इस ठहराव की वजह का बड़ा खुलासा किया है—अमेरिका की F-35 जेट खरीदने की शर्त। F-35 बना ‘पॉइजन पिल’, वार्ता पटरी से उतरी रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने भारत से कहा था कि यदि वह टैरिफ में राहत, ऊर्जा पहुँच और अमेरिकी बाजार की आसान एंट्री चाहता है, तो इसके बदले उसे F-35 लड़ाकू विमान खरीदने होंगे।लेकिन यह खरीदारी सामान्य सैन्य बिक्री नहीं, बल्कि एक नए स्ट्रेटेजिक लॉक-इन की तरह पेश की गई, जिससे भारत को आने वाले दशकों तक अमेरिकी तकनीकी इकोसिस्टम से जुड़ना पड़ता—सॉफ्टवेयर, लॉजिस्टिक्स और अपग्रेड सहित। भारत ने इसे ‘नेटवर्क कंट्...
पाकिस्तान में सत्ता संग्राम: असीम मुनीर की CDF ताजपोशी पर नवाज शरीफ का बड़ा ब्रेक, नोटिफिकेशन के बदले रख दी कड़ी शर्तें
World

पाकिस्तान में सत्ता संग्राम: असीम मुनीर की CDF ताजपोशी पर नवाज शरीफ का बड़ा ब्रेक, नोटिफिकेशन के बदले रख दी कड़ी शर्तें

विवेक सिंह | नवभारत टाइम्स | 4 दिसंबर 2025 इस्लामाबाद: पाकिस्तान में हाल ही में बनाए गए चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) पद को लेकर तीखा सत्ता संघर्ष खुलकर सामने आ गया है। सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर देश के पहले CDF बनने के लिए पूरी तरह तैयार बैठे थे, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ा अवरोध बनकर खड़े हो गए हैं पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके मियां नवाज शरीफ। 29 नवंबर को होना था नोटिफिकेशन, लेकिन ‘पेंच’ फंस गया सूत्रों के अनुसार, 29 नवंबर को असीम मुनीर को CDF नियुक्त करने का नोटिफिकेशन जारी होना था। तारीख तय हो चुकी थी और तमाम औपचारिकताएँ पूरी कर ली गई थीं।लेकिन अचानक खेल बदल गया —नोटिफिकेशन आज तक जारी नहीं हुआ है।कहा जा रहा है कि इसके पीछे नवाज शरीफ की कड़ी शर्तें हैं, जिनके बिना वे CDF नियुक्ति पर राज़ी नहीं हैं। नवाज शरीफ क्यों बने ‘सबसे बड़ा रोड़ा’? प्रधानमंत्री शहब...
“पुतिन को मना लीजिए प्लीज…” यूरोप की बढ़ी धुकधुकी, पीएम मोदी से बड़ी उम्मीदें — आज दिल्ली आ रहे रूसी राष्ट्रपति
World

“पुतिन को मना लीजिए प्लीज…” यूरोप की बढ़ी धुकधुकी, पीएम मोदी से बड़ी उम्मीदें — आज दिल्ली आ रहे रूसी राष्ट्रपति

नई दिल्ली/मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कूटनीति का केंद्र एक बार फिर भारत बन गया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद यह उनका पहला भारत दौरा है, और इस मुलाकात से ठीक पहले यूरोपीय देशों में बेचैनी तेजी से बढ़ गई है।कई यूरोपीय देशों के राजनयिक और वरिष्ठ अधिकारी भारत से निजी तौर पर गुहार लगा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुतिन को युद्ध रोकने के लिए मनाएं। पूर्वी यूरोप के कई देश मानते हैं कि यदि यूक्रेन में युद्ध जारी रहा तो खतरा सीधे उनकी सीमाओं तक पहुँच सकता है। इसके चलते पूरे यूरोप की सुरक्षा व्यवस्था भी हिल सकती है।यूरोपीय अधिकारियों का मानना है कि—“पुतिन पीएम मोदी की बात सुनते हैं… मोदी स्वयं कह चुके हैं कि युद्ध से समाधान नहीं निकलता। कृपया पुतिन को समझाइए।” यह संदेश उस रवैये से बिल्कुल अलग है जो यूरोप ने युद्ध की शु...
इमरान के करीबी का बड़ा दावा: असीम मुनीर ने ‘प्लान के तहत’ कराया पहलगाम हमला, भारत-पाक टकराव भड़काने का आरोप
World

इमरान के करीबी का बड़ा दावा: असीम मुनीर ने ‘प्लान के तहत’ कराया पहलगाम हमला, भारत-पाक टकराव भड़काने का आरोप

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना के बीच जारी टकराव अब खुले आरोप-प्रत्यारोप में बदल गया है। इमरान खान के करीबी सहयोगी और पाकिस्तानी-अमेरिकी पॉलिटिकल एक्टिविस्ट सलमान अहमद ने एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि इस साल अप्रैल में पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर की प्लानिंग थी। पहलगाम हमले पर फिर उठी उंगली सलमान अहमद के अनुसार, जनरल मुनीर ने यह हमला इसलिए करवाया ताकि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव भड़के। उनका दावा है कि मुनीर इस टकराव का इस्तेमाल अपने प्रभाव, पद और प्रतिष्ठा बढ़ाने में करना चाहते थे। CNN-News18 से बातचीत के दौरान सलमान अहमद ने कहा,“पहलगाम हमला एक सुनियोजित कार्रवाई थी। मुनीर चाहते थे कि भारत जवाब दे, हालात बिगड़ें और वह खुद को फील्ड मार्शल के रूप ...
परमाणु बम नहीं, अब मिसाइलों पर फोकस… पाकिस्तानी नेवी के टेस्ट ने चौंकाया विश्व, ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद बदली मुनीर की रणनीति?
World

परमाणु बम नहीं, अब मिसाइलों पर फोकस… पाकिस्तानी नेवी के टेस्ट ने चौंकाया विश्व, ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद बदली मुनीर की रणनीति?

इस्लामाबाद: गहरी आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान हथियारों पर खर्च कम करने के बजाय तेजी से बढ़ा रहा है। एयरफोर्स के बाद अब पाकिस्तान अपनी नेवी को सबसे बड़े सैन्य स्तंभ के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहा है। इसी दिशा में उसे पिछले महीने एक बड़ी सफलता मिली, जिसने कई रणनीतिक संकेत दिए हैं। पाकिस्तानी नेवी का ‘SMASH’ मिसाइल टेस्ट सफल 25 नवंबर को पाकिस्तान नौसेना ने घोषणा की कि उसने अपनी नई सुपरसोनिक एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल SMASH का सफल परीक्षण किया है। रेंज: 350 किलोमीटर लॉन्च प्लेटफॉर्म: जुल्फिकार-क्लास (F-22P) फ्रिगेट विशेषज्ञों के अनुसार, यह साफ संकेत है कि पाकिस्तानी सेना चीफ असीम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ परमाणु हथियारों से ज्यादा मिसाइलों के उत्पादन पर जोर देना चाहते हैं—खासतौर से ऑपरेशन सिंदूर के बाद। पाकिस्तान की नई मिसाइल रणनीति — A2/AD क्षमता पर फोकस ...
दुबई एयरशो में क्रैश के बावजूद तेजस का जलवा नहीं फीका, ब्राजीली विशेषज्ञ का बड़ा ऐलान – भविष्य में दिखेगी ताकत
World

दुबई एयरशो में क्रैश के बावजूद तेजस का जलवा नहीं फीका, ब्राजीली विशेषज्ञ का बड़ा ऐलान – भविष्य में दिखेगी ताकत

दुबई एयरशो में भारतीय लड़ाकू विमान तेजस के क्रैश और पायलट की मौत के बावजूद, भारत के रक्षा उद्योग की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। ब्राजील की विशेषज्ञ पैट्रिशिया मारिंस का मानना है कि तेजस भविष्य के मुकाबले में भी अपनी ताकत दिखाएगा और अन्य अंतरराष्ट्रीय विमानों के साथ उत्कृष्ट तालमेल बनाए रखेगा। क्रैश के बावजूद भरोसा बरकरार:21 नवंबर को दुबई एयरशो में तेजस अचानक गिर गया और आग का गोला बन गया, जिसमें पायलट नमंश सयाल की जान चली गई। शुरुआती चिंता के बावजूद, विदेशी विशेषज्ञों का भरोसा तेजस पर बना हुआ है। ब्राजील की विशेषज्ञ पैट्रिशिया मारिंस ने कहा कि तेजस रडार पर कम दिखाई देता है और यह भारतीय वायु सेना के सुखोई Su-30MKI जैसे विमानों का बेहतरीन साथी है। भविष्य की ताकत:मारिंस के अनुसार, तेजस भविष्य में रूस के Su-57 और यूरोप के Dassault Rafale और Saab Gripen जैसे विमानों के साथ आसानी से ऑपरेशन ...
बलूचिस्तान या खैबर पख्तूनख्वा: पाकिस्तान के दो सूबे पहले आजाद हो सकते हैं, मुनीर के लिए बने नासूर TTP और BLAप्रियेश मिश्र, नवभारत टाइम्स, 4 दिसंबर 2025
World

बलूचिस्तान या खैबर पख्तूनख्वा: पाकिस्तान के दो सूबे पहले आजाद हो सकते हैं, मुनीर के लिए बने नासूर TTP और BLAप्रियेश मिश्र, नवभारत टाइम्स, 4 दिसंबर 2025

पाकिस्तान इस समय गंभीर आंतरिक सुरक्षा संकट का सामना कर रहा है। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे सूबे लंबे समय से अलगाववादी आंदोलन की चपेट में हैं, और आतंकवादी हमलों में तेज़ी ने देश की एकता को गंभीर चुनौती दी है। आतंक की बढ़ती मार:इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2025 तक आतंकवादी हमलों में 2,414 लोग मारे गए, जो पिछले साल की समान अवधि से 58% अधिक है। केवल तीसरी तिमाही में 901 मौतें और 599 घायल हुए, जिनमें 96% से अधिक हिंसा केवल खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हुई। दो सूबे बगावत की कगार पर:खैबर पख्तूनख्वा में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) सक्रिय है, जबकि बलूचिस्तान में बलूच विद्रोही हथियार उठाए हुए हैं। दोनों ही सूबे अपने अधिकारों और संसाधनों के शोषण को लेकर पाकिस्तानी सेना से त्रस्त हैं। खैबर पख्तूनख्व...
वेनेजुएला-अमेरिका तनाव पर मादुरो का कड़ा बयान “हमें गुलामों वाली शांति नहीं चाहिए” – ट्रंप को खुली चेतावनी
World

वेनेजुएला-अमेरिका तनाव पर मादुरो का कड़ा बयान “हमें गुलामों वाली शांति नहीं चाहिए” – ट्रंप को खुली चेतावनी

काराकस।अमेरिका के बढ़ते सैन्य दबाव और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सख्त चेतावनियों के बीच वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने युद्ध जैसे हालातों में बड़ा बयान देकर माहौल गरमा दिया है। राजधानी काराकस में हजारों समर्थकों की रैली को संबोधित करते हुए मादुरो ने साफ कहा कि वेनेजुएला “गुलामों वाली शांति” स्वीकार नहीं करेगा। उनका बयान ऐसे वक्त आया है, जब कैरिबियन सागर में अमेरिकी नौसेना की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं और दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ता दिख रहा है। “संप्रभुता के साथ शांति चाहिए, गुलामी वाली नहीं” – मादुरो मंच से अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मादुरो ने कहा,“हम शांति चाहते हैं, लेकिन संप्रभुता, बराबरी और आजादी के साथ। वेनेजुएला किसी भी हाल में गुलामों वाली शांति या उपनिवेश वाली शांति को स्वीकार नहीं करेगा।”उन्होंने दावा किया कि अमेरिका वेनेजुएला की “परीक्षा” लेने के लिए अपने...