Saturday, December 6

Opinion

एटॉमिक एनर्जी बिल: परमाणु क्षेत्र में निजी कंपनियों की एंट्री, क्या बदलेगा और क्या होगा फायदा?
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एटॉमिक एनर्जी बिल: परमाणु क्षेत्र में निजी कंपनियों की एंट्री, क्या बदलेगा और क्या होगा फायदा?

नई दिल्ली: मोदी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में जिस एटॉमिक एनर्जी बिल 2025 को पेश करने जा रही है, उसने राजनीतिक और औद्योगिक दोनों ही हलकों में उत्सुकता बढ़ा दी है। यह बिल पहली बार निजी कंपनियों को असैन्य (सिविल) परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने की अनुमति देने का रास्ता खोल सकता है। माना जा रहा है कि यह कदम भारत की ऊर्जा क्षमता और तकनीकी आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाई देगा। PM मोदी का बड़ा ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा कि सरकार न्यूक्लियर सेक्टर को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोलने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। उनके अनुसार— निजी भागीदारी से छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर, एडवांस्ड न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी, और नवाचार (इनोवेशन)को बढ़ावा मिलेगा। भारत का लक्ष्य 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा उत्पादन करने का है, और नया विधेयक इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। एटॉमिक एनर्जी...
सुप्रीम कोर्ट का कड़ा ऐक्शन: सैनिटरी पैड की तस्वीर भेजकर पीरियड्स साबित करने पर बैन
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सुप्रीम कोर्ट का कड़ा ऐक्शन: सैनिटरी पैड की तस्वीर भेजकर पीरियड्स साबित करने पर बैन

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में तीन महिला सफाई कर्मचारियों से पीरियड्स साबित करने के लिए सैनिटरी पैड की तस्वीरें भेजने वाली घटना पर गहरी चिंता जताई है। कोर्ट ने इस घटना को पीरियड-शेमिंग की गंभीर समस्या बताते हुए पूरे भारत में लागू होने वाले दिशानिर्देश बनाने का आदेश दिया है। कोर्ट की चिंता और निर्देश सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बी.वी. नागरत्ना और आर. महादेवन की बेंच ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों और कार्यस्थलों पर महिलाओं को पीरियड्स के कारण शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। कोर्ट ने केंद्र सरकार और संबंधित मंत्रालयों को नोटिस जारी कर निर्देशों की तत्काल आवश्यकता बताई है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने बताया कि यह घटना अकेली नहीं है, देशभर में कई महिलाओं और लड़कियों को ऐसे अपमानजनक अनुभवों का सामना करना पड़ा है। अनुच्छेद 21 का उल्लंघन...
बिहार में करारी हार और महागठबंधन का मंथन: कांग्रेस में बढ़ी कलह, आरजेडी भी आत्ममंथन में जुटी
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बिहार में करारी हार और महागठबंधन का मंथन: कांग्रेस में बढ़ी कलह, आरजेडी भी आत्ममंथन में जुटी

पटना/दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी शिकस्त के बाद अब आरजेडी और कांग्रेस दोनों पार्टियां आत्ममंथन में जुट गई हैं। आरजेडी ने बुधवार से ही पटना में प्रमंडलवार समीक्षा शुरू कर दी है, जो चार से पांच दिन चलेगी। वहीं कांग्रेस ने दिल्ली में बैठक बुलाकर हार के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी भी मौजूद हैं। कांग्रेस में बढ़ी अंदरूनी कलह कांग्रेस बिहार में अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी। 61 सीटों पर लड़कर पार्टी को सिर्फ छह सीटों से संतोष करना पड़ा। हार के साथ ही पार्टी में अंदरूनी असंतोष खुलकर सामने आ गया है। विधायक दल के नेता शकील अहमद खां ने इस्तीफा दे दिया। प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम सोशल मीडिया पर कविता के ज़रिए अपनी नाराज़गी जता रहे हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने हार की जवाबदेही प्रदेश नेतृत्व पर...
अंतरराष्ट्रीय थीम: “सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए दिव्यांग-समावेशी समाजों को बढ़ावा देना”
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अंतरराष्ट्रीय थीम: “सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए दिव्यांग-समावेशी समाजों को बढ़ावा देना”

संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित इस थीम का अर्थ केवल औपचारिक संदेश नहीं है, बल्कि यह आधुनिक समाज के सामने खड़ी वास्तविकता का सच्चा दर्पण है। किसी भी राष्ट्र की प्रगति तभी संतुलित, सच्ची और पूर्ण मानी जा सकती है—जब दिव्यांगजन सम्मान, समान अवसर और गरिमा के साथ समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सकें। भारत में दिव्यांगजन: बदलता दृष्टिकोण, बढ़ते अवसर प्रधानमंत्री द्वारा ‘विकलांग’ शब्द के स्थान पर ‘दिव्यांग’ शब्द का प्रयोग केवल भाषाई परिवर्तन नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी सोच को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास है।जनगणना 2011 के अनुसार देश में 2.6 करोड़ दिव्यांगजन हैं। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 में 21 दिव्यांगताओं को शामिल किए जाने के बाद यह संख्या वास्तविक रूप में इससे कहीं अधिक है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने 1999 के पुराने अधिनियम को संशोधित कर 2016 में नया...
देश के बच्चे डिजिटल खाई में फँस रहे हैं: मोबाइल गेमिंग और इंटरनेट एडिक्शन नया ‘साइलेंट पैंडेमिक’
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देश के बच्चे डिजिटल खाई में फँस रहे हैं: मोबाइल गेमिंग और इंटरनेट एडिक्शन नया ‘साइलेंट पैंडेमिक’

उज्जैन। आज के समय में बच्चे तेजी से डिजिटल दुनिया में उलझते जा रहे हैं। मोबाइल गेमिंग और इंटरनेट एडिक्शन अब एक नए साइलेंट पैंडेमिक के रूप में उभर रहा है, जो बच्चों के मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है। मुख्य कारणबच्चों में डिजिटल लत के कई कारण हैं। ऑनलाइन गेम खेलने की आदत, मोबाइल और इंटरनेट की आसान उपलब्धता, माता-पिता का व्यस्त रहना, पढ़ाई और प्रतियोगिता का दबाव, तथा तनाव से राहत पाने के लिए सोशल मीडिया और गेमिंग का अत्यधिक उपयोग बच्चे को इस खाई में खींच रहा है। सोशल मीडिया और गेमिंग के दुष्प्रभावअत्यधिक डिजिटल उपयोग से बच्चों में कई नकारात्मक असर देखे जा रहे हैं। इनमें शामिल हैं: पढ़ाई में गिरावट और सीखने की क्षमता में कमी ध्यान व एकाग्रता की समस्या चिड़चिड़ापन और व्यवहार में बदलाव नींद में कमी या नींद की खराब गुणवत्ता आंखों में जलन, सिर...
उम्र बढ़ने पर महिलाओं की याददाश्त तेजी से कमजोर होती है: एम्स गोरखपुर की स्टडी में खुलासा
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उम्र बढ़ने पर महिलाओं की याददाश्त तेजी से कमजोर होती है: एम्स गोरखपुर की स्टडी में खुलासा

नई दिल्ली।भले ही महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक उम्र तक जीवित रहती हों, लेकिन बढ़ती उम्र का असर उनकी याददाश्त और दिमागी क्षमता पर ज्यादा तेज़ी से दिखाई देता है। एम्स गोरखपुर द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला निष्कर्ष सामने आया है। यह शोध भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की मदद से किया गया। स्टडी के मुताबिक, उम्र के साथ महिलाओं में याददाश्त, ध्यान और सोचने-समझने की क्षमता पुरुषों की तुलना में तेजी से कमजोर होती है। प्रमुख शोधकर्ता डॉ. वेंकटेश ने बताया, 'जिन बुजुर्गों में कुपोषण था या पेट के आसपास अधिक चर्बी जमा थी, उनमें याददाश्त और सोचने की क्षमता में अधिक गिरावट देखी गई।' पार्टनर के साथ रहने वालों में बेहतर दिमागी क्षमता अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन बुजुर्गों का जीवनसाथी नहीं था, उनमें याददाश्त से जुड़ी समस्याएं अधिक पाई गईं। वहीं पार्टनर या परिवार के साथ रह...
दिल्ली प्रदूषण प्रदर्शन में हिडमा का पोस्टर, पुलिस पर मिर्ची हमला; अर्बन नक्सल नेटवर्क पर उठे सवाल
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दिल्ली प्रदूषण प्रदर्शन में हिडमा का पोस्टर, पुलिस पर मिर्ची हमला; अर्बन नक्सल नेटवर्क पर उठे सवाल

नई दिल्ली। राजधानी में वायु प्रदूषण के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट के सी-हेक्सागन पर हुआ प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रदर्शन के दौरान कुख्यात नक्सली माडवी हिडमा के पोस्टर दिखाई देने और पुलिसकर्मियों पर मिर्ची पाउडर फेंके जाने की घटना ने पूरे मामले को गंभीर बना दिया है। शुरुआत में प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और उच्च एक्यूआई स्तर को लेकर नारे लगाए, लेकिन कुछ देर बाद नारेबाजी का स्वर बदलने लगा। पुलिस के अनुसार, भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने ‘जल-जंगल-जमीन’ जैसे नारे लगाए और हिडमा के पोस्टर लहराने शुरू कर दिए। इससे प्रदर्शन का उद्देश्य संदिग्ध हो गया और मौके पर तनाव बढ़ गया। ट्रैफिक अवरोध और एंबुलेंस के रास्ते में बाधा की स्थिति को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से मार्ग खाली करने की अपील की। अधिकारियों के मु...
पीएम मोदी ने IBSA से विश्व को संदेश दिया—UNSC सुधार अब विकल्प नहीं, जरूरत है
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पीएम मोदी ने IBSA से विश्व को संदेश दिया—UNSC सुधार अब विकल्प नहीं, जरूरत है

नई दिल्ली / जोहानिसबर्ग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में IBSA (भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में साफ संदेश दिया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार अब विकल्प नहीं, बल्कि अनिवार्यता है। उन्होंने आतंकवाद-निरोध पर गहरे तालमेल और दोहरे मानदंडों की नीतियों के खात्मे पर भी जोर दिया। मोदी ने कहा कि भारत की स्थायी सदस्यता को व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन कुछ देशों को यह पसंद नहीं, जिन्हें ‘कॉफी क्लब’ कहा जाता है। इस समूह में इटली, पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया, मेक्सिको और अर्जेंटीना शामिल हैं, जो UNSC के विस्तार का विरोध करते हैं। UNSC की संरचना और भारत की चुनौती सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य हैं: 5 स्थायी (P-5) और 10 अस्थायी सदस्य। P-5 में शामिल हैं अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस, जिन्हें वीटो शक्ति प्राप्त है। ...
महिलाओं के लिए नई 24×7 हेल्पलाइन, मदद अब फ्री और तुरंत
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महिलाओं के लिए नई 24×7 हेल्पलाइन, मदद अब फ्री और तुरंत

नई दिल्ली: महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने एक नई हेल्पलाइन शुरू की है। अब किसी भी महिला को उत्पीड़न, हिंसा या किसी भी आपात स्थिति में 24 घंटे बिना देरी और मुफ्त मदद मिल सकेगी। नई हेल्पलाइन क्यों जरूरी थी पहले NCW की हेल्पलाइन 10 अंकों की थी, जिसे याद रखना मुश्किल था। कई बार महिलाएं मदद की जरूरत होने पर भी नंबर याद नहीं कर पाती थीं। इसे ध्यान में रखते हुए NCW ने शॉर्ट कोड 14490 लॉन्च किया। यह छोटा नंबर आसानी से याद किया जा सकता है। हेल्पलाइन की विशेषताएं 24×7 सेवा: किसी भी समय, किसी भी दिन मदद मिल सकती है। मुफ्त सेवा: कॉल करने पर किसी तरह का शुल्क नहीं। तत्काल मदद: हिंसा, उत्पीड़न या किसी भी परेशानी के मामले में तुरंत सहायता। संपर्क का पहला पॉइंट: गाइडेंस देना, संबंधित अधिकारियों के साथ तालमेल और समय पर दखल। NCW का संद...
विदेशी नेटवर्क का खुलासा: लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल भारत पहुंचे, NIA ने किया गिरफ्तार
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विदेशी नेटवर्क का खुलासा: लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल भारत पहुंचे, NIA ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, 19 नवंबर 2025: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया है। जैसे ही अनमोल भारत पहुंचे, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी। अनमोल का आतंकवादी-सिंडिकेट से संबंध:जाँच में पता चला है कि अनमोल अपने भाई लॉरेंस और घोषित आतंकवादी गोल्डी बरार के साथ मिलकर 2020-2023 के बीच भारत में कई आतंकवादी और आपराधिक घटनाओं में सक्रिय था। अमेरिका से ही उसने लॉरेंस गैंग के लिए सिंडिकेट चलाया और बड़े अपराधों को अंजाम देने के लिए गुर्गों का इस्तेमाल किया। मुख्य आरोप और मामले:अनमोल अन्य गैंगस्टरों के साथ विदेश से जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों में शामिल था। उसके खिलाफ भारत में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं। विशेष रूप से, वह बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और अप्रैल 2024 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान...