Saturday, December 6

शीर्षक : पाकिस्तान और बांग्लादेश में बढ़ी चीनी दूल्हों की खोज — गरीबी और लालच का शिकार हो रहीं मासूम लड़कियां

चीन आज दुनिया की बड़ी आर्थिक शक्ति है, लेकिन उसकी सबसे बड़ी चुनौती अब जनसंख्या संकट बन गई है। दशकों पहले लागू की गई एक-बच्चे की नीति ने चीन में लड़कियों की भारी कमी पैदा कर दी है। इसका नतीजा यह है कि लाखों चीनी पुरुषों को अपने ही देश में दुल्हन नहीं मिल रही। इसी कमी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे गरीब पड़ोसी देशों में सीमा पार शादियों की नई लहर पैदा कर दी है।

चीन में महिलाओं की गंभीर कमी — वजह बना पुराना कानून

1970 के दशक में जनसंख्या नियंत्रण के लिए चीन ने एक-बच्चे की नीति लागू की थी। इससे—

  • बड़े पैमाने पर महिला भ्रूण हत्याएँ हुईं
  • पुरुषों और महिलाओं की संख्या का असंतुलन बढ़ा
  • आज लाखों चीनी युवाओं को शादी के लिए लड़की नहीं मिल पा रही

इन युवकों को चीन में ‘लेफ्टओवर मेन’ कहा जाने लगा है।

पाकिस्तान और बांग्लादेश — दुल्हनों के नए ‘बाजार’

चीनी पुरुष जिन देशों में अधिक दुल्हन ढूंढ़ रहे हैं, उनमें पाकिस्तान और बांग्लादेश शीर्ष पर हैं।
इसके प्रमुख कारण—

  • दोनों देशों में गरीबी अधिक
  • दहेज और शादी का खर्च एक बड़ा बोझ
  • चीन के साथ इन देशों के मैत्रीपूर्ण संबंध

बेहतर जिंदगी के लालच में कई गरीब परिवार अपनी बेटियों को शादी के लिए तैयार कर देते हैं, लेकिन हकीकत अक्सर बेहद कड़वी साबित होती है।

बड़े मानव तस्करी गिरोह सक्रिय

पाकिस्तान में 2019 में पहली बार यह मामला तब उजागर हुआ जब FIA ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया।
यह गिरोह—

  • शादी का झांसा देकर लड़कियों को चीन भेजता
  • वहां उन्हें वेश्यावृत्ति, जबरन मजदूरी या मानव अंगों के अवैध व्यापार में धकेला जाता

यह खतरा केवल पाकिस्तान तक सीमित नहीं है।
चीन के दूल्हे लाओस, म्यांमार, कंबोडिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम और बांग्लादेश में भी दुल्हन ढूंढ़ते पाए गए हैं।

ढाका स्थित चीनी दूतावास ने इस साल मई में अपने नागरिकों को बांग्लादेशी महिलाओं से शादी करने से बचने की आधिकारिक चेतावनी भी जारी की थी।

पाकिस्तानी ईसाई समुदाय सबसे बड़ा शिकार

रिपोर्टों के अनुसार—

  • शादी करवाने वाले गैंग विशेष रूप से गरीब ईसाई परिवारों को निशाना बनाते हैं
  • लड़कियों को बताया जाता है कि चीन में पति अमीर और धार्मिक रूप से ‘परिवर्तित’ होगा
  • चीन पहुंचने पर कई बालिकाओं को शोषण का सामना करना पड़ता है

आसान वीजा नियम भी चीनी पुरुषों के लिए पाकिस्तान में लड़कियां तलाशना सरल बनाते हैं।

निष्कर्ष : नई सांस्कृतिक चुनौती, पुराना सामाजिक संकट

चीन की जनसंख्या नीति के दुष्परिणाम अब उसके पड़ोसियों को भी प्रभावित कर रहे हैं। सीमा पार शादियों में बढ़ती धोखाधड़ी और तस्करी न केवल सामाजिक संकट है, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार चुनौती भी है।

पाकिस्तान और बांग्लादेश में यह ट्रेंड उन परिवारों के लिए चेतावनी है, जो गरीबी से निकलने के सपने में अपनी बेटियों को ऐसे जाल में फंसा रहे हैं, जहां उनका भविष्य अनिश्चित और खतरों से भरा है।

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