
विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2026 की मेगा नीलामी संपन्न हो गई है। पांच फ्रेंचाइजी टीमों ने कुल 67 खिलाड़ियों पर बोली लगाई, जिनमें 23 विदेशी क्रिकेटर भी शामिल रहीं। 277 खिलाड़ियों में से कई इंटरनेशनल दिग्गजों को खरीद लिया गया, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि विश्व क्रिकेट की कई नामचीन हस्तियों को कोई भी टीम लेने को तैयार नहीं दिखी।
नीलामी में कुछ बड़े नाम अनसोल्ड रहे—जिनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तूती बोलती है, लेकिन WPL में उनकी दाल नहीं गल सकी। आइये नज़र डालते हैं उन 5 खिलाड़ियों पर जो दुनिया भर में दमदार प्रदर्शन कर चुकी हैं, फिर भी ऑक्शन में उपेक्षित रह गईं।
1. तजमीन ब्रिट्स (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीका की सलामी बल्लेबाज़ तजमीन ब्रिट्स T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 32 से अधिक की शानदार औसत से 1719 रन बना चुकी हैं। 65 पारियों में 14 अर्द्धशतक उनके दमदार करियर का प्रमाण हैं। इसके बावजूद इस नीलामी में किसी फ्रेंचाइजी ने उन पर दांव नहीं लगाया।
2. चमारी अटापट्टू (श्रीलंका)
श्रीलंका की कप्तान और दुनिया की सबसे खतरनाक ऑलराउंडर्स में शुमार चमारी अटापट्टू का रिकॉर्ड बेहद प्रभावशाली है। 146 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 3 शतकों की मदद से 3458 रन और गेंदबाजी में 63 विकेट उनके नाम हैं। इतना सब होने के बावजूद वे अनसोल्ड रहीं, जो क्रिकेटप्रेमियों को चौंकाता है।
3. हीथर नाइट (इंग्लैंड)
इंग्लैंड की पूर्व कप्तान हीथर नाइट तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाली दुनिया की पहली महिला क्रिकेटर हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम 7000 से अधिक रन दर्ज हैं। बल्लेबाजी के साथ उपयोगी गेंदबाजी करने वाली यह अनुभवी खिलाड़ी भी किसी फ्रेंचाइजी की रुचि हासिल नहीं कर सकीं।
4. अलाना किंग (ऑस्ट्रेलिया)
ऑस्ट्रेलिया की बेहतरीन लेग स्पिनर अलाना किंग ने 27 टी20I मैच में 27 विकेट और 47 वनडे में 72 विकेट झटके हैं। महिला बिग बैश लीग में उनके 128 विकेट उनकी कौशल क्षमता को दर्शाते हैं। इसके बावजूद नीलामी में उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला।
5. एलिसा हीली (ऑस्ट्रेलिया)
महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी सुपरस्टार्स में शुमार एलिसा हीली का T20I में 3000 से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड शानदार है। WBBL में 5 शतक जड़ने वाली हीली को नीलामी में अनदेखा किया जाना बड़ा आश्चर्य है।
उनके अनुभव, बल्लेबाजी क्षमता और विकेटकीपिंग स्किल के बावजूद टीमें उन्हें अपने स्क्वॉड में शामिल नहीं कर सकीं।
WPL की इस नीलामी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि फ्रेंचाइज़ी रणनीति और टीम कॉम्बिनेशन कभी-कभी रिकॉर्ड और लोकप्रियता पर भारी पड़ जाते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन स्टार खिलाड़ियों की किस्मत क्या मोड़ लेती है।