
यूपी रोडवेज बस में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां परिचालक ने दंपति के पालतू तोते को ‘लगेज’ बताते हुए ₹126 का अलग टिकट काट दिया। कंडक्टर के इस फैसले से बस में सवार यात्री भी दंग रह गए और दंपति के तो सचमुच “तोते उड़ गए”।
गोद में बैठे तोते को भी लगेज माना!
कानपुर की रामादेवी निवासी रिंकी देवी अपने पति राहुल के साथ मायके म्योहर से वापस लौट रही थीं। उनके साथ एक पालतू तोता भी था, जिसे रिंकी ने गांव से ₹50 में खरीदा था।
रिंकी ने तोते को पिंजरे समेत अपनी गोद में संभाल रखा था। लेकिन कंडक्टर अनवर सईद ने पहले दंपति का कानपुर तक का ₹556 किराया लिया, फिर कहा
“तोते का टिकट—₹126 अलग से देना होगा, यह रोडवेज के नियम में लगेज है।”
रिंकी हैरान रह गईं और बोलीं
“मैं तोते को गोद में लेकर बैठी हूं, इसमें लगेज जैसा क्या?”
लेकिन कंडक्टर टस से मस नहीं हुआ।
बहस के बाद देना पड़ा किराया
कंडक्टर और दंपति के बीच काफी देर तकरार होती रही।
अंततः रिंकी को ₹126 का टिकट लेना पड़ा।
पूरा सफर तोता रिंकी की गोद में शांत बैठा रहा, लेकिन रोडवेज का यह ‘अजीबो-गरीब नियम’ यात्रियों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।
रोडवेज का नियम क्या कहता है?
कंडक्टर ने नियम स्पष्ट करते हुए कहा
- किसी भी पशु-पक्षी को लगेज माना जाएगा
- किराया: 50 पैसे प्रति किलोमीटर
- दूरी के हिसाब से ही तोते की टिकट ₹126 बनी
यात्रियों का कहना था कि ऐसे नियमों की जानकारी आम लोगों को शायद ही हो, इसलिए इस तरह की स्थितियां अक्सर विवाद खड़ा कर देती हैं।
यात्रियों में हैरानी, सोशल मीडिया पर भी चर्चा
घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर भी शुरू हो गई है। लोग मजाक में कह रहे हैं
“तोता ₹50 में खरीदा, टिकट ₹126 में कटा!”
जबकि कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या छोटे पालतू पक्षियों को भी लगेज मानना उचित है?