
मुंबई/जलगांव, 22 नवंबर। महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी को जलगांव जिले के जामनेर से बड़ी सफलता मिली है। जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी साधना महाजन को बिना किसी मुकाबले के जामनेर की मेयर चुन लिया गया। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि तक सभी अन्य प्रत्याशी मैदान से हट गए, जिसके बाद उनका निर्वाचित होना तय हो गया।
नाम वापस लेते ही खत्म हुआ मुकाबला
मेयर पद के लिए कुल नौ नामांकन दाखिल किए गए थे। जांच के बाद आठ आवेदन मान्य घोषित हुए, जिनमें साधना महाजन का नाम भी शामिल था।
नामांकन वापसी की अंतिम अवधि पूरी होते-होते सातों प्रत्याशियों ने पर्चे वापस ले लिए, जिसके बाद साधना महाजन अकेली उम्मीदवार रह गईं और निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया।
बीजेपी में जश्न, जामनेर फिर बना मजबूत गढ़
निर्वाचन की औपचारिक घोषणा के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार उत्साह के साथ जश्न मनाया।
- वर्ष 2018 में जामनेर नगरपालिका की सभी सीटें BJP के कब्जे में थीं
- उसी कार्यकाल में साधना महाजन मेयर बनी थीं
- उनका कार्यकाल 2023 में समाप्त हुआ था
गिरीश महाजन को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी सहयोगी और संकटमोचक माना जाता है, जिससे इस जीत को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण समझा जा रहा है।
सात बार के विधायक, मजबूत राजनीतिक पकड़
65 वर्षीय गिरीश महाजन का राजनीतिक प्रभाव जामनेर में लंबे समय से कायम है—
- लगातार सात बार जामनेर विधानसभा सीट से विजयी
- पहली बार 1995 में चुनाव जीते
- इससे पहले उनके पिता दत्तात्रेय महाजन 1990 में कांग्रेस टिकट पर विधायक बने थे
गिरीश महाजन वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार में जल संसाधन मंत्री हैं और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में उनकी गिनती होती है।
जामनेर नगरपालिका में साधना महाजन का निर्विरोध चुना जाना न सिर्फ BJP के लिए शुरुआती मनोबल बढ़ाने वाली सफलता है, बल्कि यह संकेत भी कि आगामी निकाय चुनावों में पार्टी अपने पारंपरिक गढ़ को और मजबूत करने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है।