
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के शासनकाल में जिलों के नाम बदलने की परंपरा लगातार जारी है। फैजाबाद अब अयोध्या और इलाहाबाद को प्रयागराज के नाम से जाना जाता है। इसी क्रम में अब मिर्जापुर जिले का नाम बदलने की चर्चा जोरों पर है। मिर्जापुर का नया नाम “विंध्याचल धाम” रखने पर सहमति बन गई है।
नाम परिवर्तन का कारण:
मिर्जापुर जिले का नाम वेब सीरीज “मिर्जापुर” के कारण बदनाम होने लगा है। स्थानीय जनता और बीजेपी के नेताओं का कहना है कि जिले का नाम बदलकर विंध्याचल धाम किया जाना चाहिए ताकि जिले की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को बढ़ावा मिले।
प्रशासनिक निर्णय और प्रस्ताव:
गुरुवार को मिर्जापुर जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक में नाम परिवर्तन पर सहमति बन गई। कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल नंदी, जो मिर्जापुर जिले के प्रभारी हैं, ने जिला प्रशासन को नाम परिवर्तन का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में विंध्याचल रेलवे स्टेशन का नाम भी बदला गया है।
स्थानीय और राजनीतिक मांगें:
स्थानीय लोग और बीजेपी विधायक रत्नाकर मिश्रा ने स्पष्ट किया कि जिले का नाम विंध्यवासिनी मां के सम्मान में विंध्याचल धाम होना चाहिए। उनका कहना है कि फैजाबाद का नाम अयोध्या हो सकता है, तो मिर्जापुर का नाम भी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के अनुसार बदलना उचित है।
भविष्य की योजना:
मिर्जापुर का पुराना नाम मुगलकालीन “मिरजाफर” शासक के नाम पर रखा गया था। जिले का नाम बदलने से विंध्यवासिनी धाम की गरिमा में वृद्धि होगी और पर्यटन और आस्था दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष:
मिर्जापुर का नाम विंध्याचल धाम करने की प्रक्रिया अगले चरण में प्रस्तावित होगी और इसके बाद राज्य सरकार से मंजूरी मिलने पर इसे आधिकारिक रूप से लागू किया जाएगा।