
मोहम्मद यूनुस के खिलाफ अवामी लीग का देशव्यापी हल्लाबोल, शेख हसीना के 9.7 किलो सोने के गहने जब्त**
ढाका: बांग्लादेश में सत्ता संघर्ष तेज़ हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने अंतरिम सरकार प्रमुख मोहम्मद यूनुस के खिलाफ देशभर में जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पार्टी ने यूनुस से तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए उन्हें “कब्जा करने वाला”, “हत्या का जिम्मेदार” और “फासीवादी” बताया है।
अवामी लीग ने हाल ही में इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल द्वारा शेख हसीना को सुनाई गई मौत की सजा को साजिश बताते हुए खारिज कर दिया है। पार्टी का आरोप है कि यूनुस सरकार उन्हें और अवामी लीग को आगामी आम चुनावों में हिस्सा लेने से रोकने की कोशिश कर रही है। ज्ञात हो कि अंतरिम सरकार ने अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाते हुए उसके चुनावी भागीदारी पर रोक लगा दी है।
देशव्यापी प्रदर्शन तेज
अवामी लीग ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर जारी बयान में कहा कि यह फैसला राजनीतिक प्रेरित है और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने की कोशिश का हिस्सा है। पार्टी का दावा है कि “नकली ट्रायल” के ज़रिये शेख हसीना को राजनीतिक रूप से समाप्त करने की योजना बनाई गई है।
बयान में आरोप लगाया गया कि यूनुस समर्थक गुट “देश-विरोधी और आज़ादी-विरोधी ताकतों” के साथ मिलकर सत्ता पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। पार्टी ने कहा कि वह जनता के बीच जाकर इस “साजिश” को बेनकाब करेगी और आंदोलन को जारी रखेगी।
शेख हसीना के लॉकर से 9.7 किलो सोना जब्त
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अंतरिम सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के दो लॉकरों को सीज़ कर दिया है। कोर्ट की अनुमति के बाद इन लॉकरों को खोला गया, जिनमें से 9.7 किलोग्राम सोने के गहने मिले हैं।
नेशनल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के सेंट्रल इंटेलिजेंस सेल और एंटी-करप्शन कमीशन की संयुक्त टीम ने एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में यह कार्रवाई की। प्राप्त गहनों को जब्त कर लिया गया है और आगे जांच जारी है।
बांग्लादेश में मौजूदा हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। एक तरफ अवामी लीग सड़कों पर आंदोलन तेज कर रही है, वहीं यूनुस सरकार कड़े कदम उठाकर नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश कर रही है। आने वाले दिनों में यह राजनीतिक टकराव और गहराने की संभावना जताई जा रही है।