
ढाका (विवेक सिंह): बांग्लादेश की राजनीति में नया तूफान आया है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अवामी लीग ने यूनुस को गैर-कानूनी, हत्यारा और फासीवादी करार देते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।
इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल का फैसला खारिज
बीते 17 नवंबर को बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने शेख हसीना को मौत की सजा सुनाई थी। अवामी लीग ने इसे यूनुस की राजनीतिक साजिश बताया और फैसले को पूरी तरह से खारिज किया। पार्टी का आरोप है कि यूनुस हसीना और अवामी लीग को अगले साल होने वाले आम चुनावों से बाहर रखने की साजिश कर रहे हैं।
देशभर में विरोध प्रदर्शन
अवामी लीग ने सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर सक्रिय होकर यूनुस के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध मार्च शुरू कर दिए हैं। पार्टी ने कहा है कि यूनुस गुट देश-विरोधी ताकतों के जाल में फंसा है और अवामी लीग हर स्तर पर साजिशों को रोकने के लिए काम कर रही है।
शेख हसीना के लॉकर से 9.7 किग्रा सोना जब्त
सियासी संघर्ष के बीच, यूनुस सरकार ने शेख हसीना के दो लॉकर खोले और 9.7 किग्रा वजन के सोने के गहने जब्त कर लिए। यह कार्रवाई नेशनल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू और एंटी-करप्शन कमीशन की संयुक्त टीम ने एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में की। अवामी लीग ने इसे अवैध और राजनीतिक साजिश करार दिया है।
बांग्लादेश की राजनीति में यह विवाद देशव्यापी हलचल पैदा कर चुका है। अब सवाल यह है कि यूनुस सरकार और अवामी लीग के बीच यह संघर्ष आने वाले चुनाव और राजनीतिक स्थिरता को कैसे प्रभावित करेगा।