
सीकर: राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोमनाथ त्रिहन का 24 नवंबर, सोमवार को हृदय गति रुक जाने के कारण निधन हो गया। वे 93 वर्ष के थे। उनके निधन से राजस्थान कांग्रेस और सीकर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
राजनीतिक जीवन:
सोमनाथ त्रिहन का राजनीतिक जीवन अत्यंत समर्पित और लंबा रहा। उन्होंने कांग्रेस संगठन में कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वे प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और सीकर नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा, उन्होंने जिलाध्यक्ष सहित कई पदों पर पार्टी के लिए सक्रिय भूमिका निभाई।
1980 में उन्होंने सीकर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उनके चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के फायरब्रांड नेता संजय गांधी आए थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निजी सचिव यशपाल कपूर ने भी उनकी टिकट के लिए पैरवी की थी। हालांकि वह चुनाव हार गए, लेकिन पार्टी में उनकी भूमिका सदैव महत्वपूर्ण रही।
सामाजिक योगदान:
त्रिहन ने राजनीति के साथ-साथ सीकर की कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ाव रखा। इनमें श्री कल्याण आरोग्य सदन, सांस्कृतिक मंडल और नागरिक सभा प्रमुख हैं। उनकी सरलता और शालीनता हमेशा सभी के लिए प्रेरणा रही।
परिवार का इतिहास:
त्रिहन परिवार का सीकर से जुड़ाव 1917 में हुआ, जब उनके पूर्वज डॉ. दीवान चंद त्रिहन पाकिस्तान के सियालकोट जिले के पसरूर से आकर सीकर में बस गए।
नेताओं का शोक संदेश:
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “त्रिहन के निधन से पार्टी ने एक सक्षम और कर्मठ नेता खो दिया, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है।” प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मंत्री महादेव सिंह खंडेला सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोमनाथ त्रिहन का निधन न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि सीकर और शेखावाटी क्षेत्र के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।