
साउथ अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया गहरे संकट में फंसती नजर आ रही है। पहली पारी में मजबूत शुरुआत के बावजूद भारतीय बल्लेबाज गैरजिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर अपने विकेट गंवाते रहे। नतीजा यह हुआ कि 95 के स्कोर पर पहला विकेट गिरने के बाद टीम ने सिर्फ 10 रन जोड़ने में चार विकेट खो दिए।
अच्छी शुरुआत के बाद ढही पारी
सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने 65 रनों की साझेदारी कर भारत को सॉलिड शुरुआत दिलाई।
जायसवाल के आउट होने पर टीम का स्कोर 95 रन था, लेकिन अगले 10 रनों के भीतर साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल और कप्तान ऋषभ पंत भी पवेलियन लौट गए।
साई सुदर्शन और ध्रुव जुरेल ने दान किए विकेट
तीसरे नंबर पर उतरे साई सुदर्शन ऑफ स्टंप के बाहर की छोटी गेंद को लेग साइड में खेलने के चक्कर में मिड-विकेट पर कैच दे बैठे।
इसके बाद ध्रुव जुरेल बिना खाता खोले आउट हुए। मार्को यानसेन की उछाल भरी गेंद को ज़ोर से खेलने की कोशिश में गेंद मिड ऑन के हाथों में चली गई।
कप्तान ऋषभ पंत की चूक ने बढ़ाया दबाव
चार विकेट गिरने के बाद टीम को कप्तान से समझदारी की उम्मीद थी, लेकिन पंत आगे निकलकर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में विकेटकीपर को कैच थमा बैठे।
डीआरएस लेने के बावजूद स्निकोमीटर में स्पष्ट स्पाइक दिखा और पंत को लौटना पड़ा—साथ ही भारत का एक मूल्यवान रिव्यू भी बेकार हो गया।
फॉलोऑन का खतरा, स्थिति गंभीर
105 पर 5 विकेट गिरने के बाद नीतीश कुमार रेड्डी और रविंद्र जडेजा भी सस्ते में आउट हो गए।
साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया है।
भारत को फॉलोऑन से बचने के लिए 290 रन तक पहुंचना जरूरी है, अन्यथा मैच और सीरीज की स्थिति और कठिन हो सकती है।
गुवाहाटी टेस्ट ने भारतीय बल्लेबाजों की तकनीक से ज्यादा उनके शॉट चयन पर सवाल खड़े कर दिए हैं—अब नजरें निचले क्रम पर टिकी हैं, जो टीम को संकट से उबारने की कोशिश करेगा।