
कोच्चि, 22 नवंबर। केरल के कोच्चि में शुक्रवार को एक ऐसी अनोखी शादी देखने को मिली, जिसने इंसानी हिम्मत, विश्वास और रिश्तों की मजबूती को नया अर्थ दे दिया। फेरे से कुछ घंटे पहले दुल्हन का एक्सीडेंट हो गया, लेकिन परिवारों ने शुभ मुहूर्त को देखते हुए शादी को टालने के बजाय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को ही विवाह स्थल बना दिया।
अस्पताल बना विवाह मंडप
यह अनोखी शादी वीपीएस लेकशोर अस्पताल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में हुई, जहां न कोई सजावट थी और न ही शादी का शोर-शराबा।
डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और कुछ करीबी रिश्तेदारों की मौजूदगी में स्कूल टीचर दुल्हन और इंजीनियरिंग प्रोफेसर दूल्हे ने सात फेरे लेकर एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा किया।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि दुल्हन के लिए यह दिन जीवन का सबसे खास अवसर था, इसलिए दोनों परिवारों की इच्छा का सम्मान करते हुए अस्पताल में ही विवाह की अनुमति दी गई।
कैसे हुआ हादसा
शुक्रवार दोपहर शादी होनी तय थी, लेकिन सुबह करीब तीन बजे दुल्हन की कार कुमारकोम जाते समय एक पेड़ से टकरा गई।
- ड्राइवर के नियंत्रण खोने से हुआ हादसा
- पहले कोट्टयम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया
- रीढ़ की गंभीर चोटों के चलते 70 किमी दूर कोच्चि स्थित लेकशोर अस्पताल में शिफ्ट किया गया
हादसे की खबर मिलते ही दूल्हा और परिवार तुरंत अस्पताल पहुंच गए और तय मुहूर्त पर ही शादी कराने का फैसला लिया।
डॉक्टरों की निगरानी में हुए फेरे
अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. सुदीश करुणाकरण