
बारां, 14 नवम्बर 2025: अंता विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में राजनीतिक माहौल में अंतिम समय में बड़े बदलाव की झलक मिल रही है। कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया लगातार बढ़त बनाए हुए हैं, और उनके पक्ष में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अंतिम दिन की रैली ने निर्णायक भूमिका निभाई है।
चुनावी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 20 में से 10 राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है। हर राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने बढ़त बनाए रखी, जबकि बीजेपी के उम्मीदवार मोरपाल सुमन अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
| मतगणना चरण | प्रमोद जैन भाया | मोरपाल सुमन | नरेश मीणा |
|---|---|---|---|
| 1 | 3407 | 3135 | 316 |
| 2 | 7567 | 5266 | 6953 |
| 3 | 11203 | 7705 | 10131 |
| 4 | 13860 | 9659 | 14012 |
| 5 | 18613 | 12286 | 16684 |
| 6 | 23693 | 15988 | 18644 |
| 7 | 27575 | 18408 | 21586 |
| 8 | 29730 | 20816 | 24075 |
| 9 | 33472 | 23932 | 26633 |
| 10 | 37158 | 26932 | 29964 |
गहलोत की रैली ने बदला समीकरण
अंता उपचुनाव के प्रचार के अंतिम दिन गहलोत ने स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवार के पक्ष में आक्रामक रैली आयोजित की। चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि गहलोत की मौजूदगी ने माली-सैनी समाज के वोटों पर सीधा असर डाला, जिसे बीजेपी अपने मजबूत आधार मान रही थी। इससे कांग्रेस को निर्णायक बढ़त हासिल करने का अवसर मिला।
बीजेपी की रणनीति पर असर
बीजेपी ने मोरपाल सुमन को टिकट देकर स्थानीयता और जातीय समीकरण साधने की कोशिश की थी, लेकिन गहलोत की रैली ने पार्टी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा है कि रैली ने न केवल उनके कार्यकर्ताओं को उत्साहित किया, बल्कि undecided वोटरों को भी प्रभावित किया।
अभी उलटफेर की संभावना
हालांकि कांग्रेस की बढ़त मजबूत दिख रही है, लेकिन अंतिम 10 राउंड की मतगणना अभी बाकी है। चुनावी गणित में अंतिम चरण में उलटफेर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। शहरी और डाक मतपत्रों के परिणाम अंतिम नतीजे को प्रभावित कर सकते हैं।