Saturday, December 6

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जयपुर की जयबाण तोप: एक गोला लाहौर तक पहुंचाने की शक्ति रखने वाला ‘विजय का अस्त्र’
Rajasthan, State

जयपुर की जयबाण तोप: एक गोला लाहौर तक पहुंचाने की शक्ति रखने वाला ‘विजय का अस्त्र’

सुधेंद्र प्रताप सिंह, जयपुर: भारत के इतिहास में कई भव्य हथियार रहे हैं, लेकिन जयपुर की जयबाण तोप किसी भी युद्धप्रेमी को चौंका सकती है। राजा जयसिंह द्वितीय ने 1720 में जयगढ़ किले के कारखाने में इस तोप का निर्माण करवाया था। इसकी मारक क्षमता 35 किलोमीटर से भी अधिक है। यदि इसे वाघा बॉर्डर पर तैनात कर चलाया जाए, तो इसका गोला आसानी से लाहौर तक पहुँच सकता है। जयबाण का नाम और महत्व:जयबाण का अर्थ है ‘विजय का अस्त्र’। यह तोप नाहरगढ़ किले में स्थित है और इसे मुगलों और संभावित शत्रुओं से सुरक्षा के लिए बनाया गया था। 20 फीट लंबी और 8 फीट 7.5 इंच व्यास वाली इस तोप का वजन 50 टन है। इसे चलाने के लिए लगभग 100 किलोग्राम बारूद की जरूरत पड़ती थी। इस विशाल तोप से 35 किलो ग्राम वजनी गोले को 35 किलोमीटर दूर तक फेंका जा सकता था, जो उस समय की सबसे लंबी फायरिंग रेंज मानी जाती थी। इतिहास में सिर्फ एक बार चली ज...
महोबा में लड़कियों ने मनचले को सरेआम सिखाया सबक, लात-जूते से हुई जमकर पिटाई
State, Uttar Pradesh

महोबा में लड़कियों ने मनचले को सरेआम सिखाया सबक, लात-जूते से हुई जमकर पिटाई

उपेंद्र द्विवेदी, महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा में छात्राओं ने मनचले युवक की हरकतों का ऐसे जवाब दिया कि सड़क पर मौजूद लोग हैरान रह गए। शनिवार दोपहर जनपद मुख्यालय के व्यस्त रामकथा मार्ग पर दो छात्राओं ने 15 दिनों से पीछा कर तंग कर रहे युवक को पकड़कर बीच बाजार लात-जूते और घूंसों से सबक सिखाया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मात्र 12 सेकेंड में छात्राओं ने युवक पर ताबड़तोड़ हमला कर उसे दबोच लिया। युवक हाथों से चेहरा ढकते हुए अपने बचाव की कोशिश करता रहा, लेकिन लड़कियों की निडरता के आगे उसका कोई बस नहीं चला। जानकारी के अनुसार, युवक कोचिंग जाते समय छात्राओं का पीछा कर अशोभनीय इशारे करता और रास्ता रोकने की कोशिश करता था। पहले छात्राओं ने उसकी हरकतों को नजरअंदाज किया, लेकिन लगातार बढ़ती अभद्रता के बाद उन्होंने खुद सख्ती दिखाई। सड़क पर इस निडर कदम को देख लोग चकित रह गए, लेकिन किसी ने भी लड़...
“कब्ज़ा संपत्ति का होता है, लड़की का नहीं” मुजफ्फरनगर पुलिस को इलाहाबाद हाई कोर्ट की कड़ी फटकार
State, Uttar Pradesh

“कब्ज़ा संपत्ति का होता है, लड़की का नहीं” मुजफ्फरनगर पुलिस को इलाहाबाद हाई कोर्ट की कड़ी फटकार

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मुजफ्फरनगर पुलिस की कार्यप्रणाली और उसकी भाषा पर गंभीर आपत्ति जताते हुए कड़ी टिप्पणी की है। एक युवती की ओर से दायर हैबियस कॉर्पस याचिका की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पुलिस द्वारा उसके “कब्ज़े में लेने” जैसे शब्दों का प्रयोग किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। अदालत ने स्पष्ट कहा कि “कब्ज़ा चल-अचल संपत्ति का होता है, इंसानों का नहीं।” क्या है पूरा मामला? हाई कोर्ट मुजफ्फरनगर के एक मामले पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें बालिग युवती ने दावा किया कि पुलिस ने उसे गैर-कानूनी रूप से हिरासत में लिया और अपने मेमो में इसे “कब्ज़ा लेने” के रूप में दर्ज किया। अदालत ने इसे बेहद अनुचित बताते हुए कहा कि पुलिस को हिरासत (Custody) और कब्ज़े (Possession) के बीच का अंतर समझना चाहिए। युवती ने कोर्ट में स्पष्ट कहा कि वह बालिग है, उसने अपने प्रेमी से विवाह किया है और वह उसी के साथ रहना चाहती ...
नीचे चल रहा था मरम्मत का काम, ऊपर से गुजर रहा था ट्रैफिक… आखिर कैसे ढह गया MP का 40 साल पुराना नयागांव पुल?
Madhya Pradesh, State

नीचे चल रहा था मरम्मत का काम, ऊपर से गुजर रहा था ट्रैफिक… आखिर कैसे ढह गया MP का 40 साल पुराना नयागांव पुल?

बरेली–पिपरिया स्टेट हाईवे पर स्थित नयागांव पुल सोमवार को मरम्मत कार्य के दौरान अचानक ढह गया। हादसे में पूर्व सीआरपीएफ जवान देवेंद्र धाकड़ की मौत हो गई, जबकि कामगारों और राहगीरों सहित कई लोग घायल हुए। यह पुल वर्ष 1980 में बनाया गया था और हाल ही में किए गए सर्वेक्षण में इसमें गंभीर संरचनात्मक खामियां सामने आई थीं। इन खामियों को दूर करने के लिए 98 लाख रुपये की लागत से मरम्मत का काम चल रहा था। कैसे हुआ हादसा? हादसा तब हुआ जब पुल के बरेली की ओर वाले हिस्से पर मरम्मत का काम जारी था। इसी दौरान दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार लोग पुल पार कर रहे थे। पुल अचानक भरभरा कर नीचे गिर गया, जिससे बाइक सवार लोग भी मलबे के साथ नीचे आ गिरे।गंभीर रूप से घायल पूर्व सीआरपीएफ जवान देवेंद्र धाकड़ को भोपाल रैफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुल की कमजोरियां पहले ही उजागर थीं सर्वे में सामने आ...
यात्रीगण कृपया ध्यान दें… बांदा–कानपुर रूट पर 11 दिसंबर तक कई ट्रेनें रद्द, कई धीमी — सफर से पहले देख लें पूरी लिस्ट
State, Uttar Pradesh

यात्रीगण कृपया ध्यान दें… बांदा–कानपुर रूट पर 11 दिसंबर तक कई ट्रेनें रद्द, कई धीमी — सफर से पहले देख लें पूरी लिस्ट

बांदा–कानपुर रेलवे सेक्शन पर ट्रैक के दोहरीकरण का काम तेज गति से चल रहा है। इसी कारण इस रूट से गुजरने वाली कई अहम ट्रेनों को 11 दिसंबर तक रद्द कर दिया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें देरी से संचालित होंगी। रेलवे के इस निर्णय से हमीरपुर, बांदा, मानिकपुर और कानपुर की ओर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हमीरपुर क्षेत्र की कई ट्रेनें रद्द हमीरपुर जिले के भरुआ सुमेरपुर, रागौल, इचौली, यमुना साउथ बैंक, पत्यौरा और हमीरपुर रोड बरीपाल जैसे स्टेशनों से रोज बड़ी संख्या में यात्री कानपुर और अन्य शहरों के लिए यात्रा करते हैं। लेकिन झांसी मंडल के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी–मानिकपुर सेक्शन में खुरहंड–डिंगवाही–बांदा के बीच नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य शुरू होने से रेलवे ने एक सप्ताह तक कई ट्रेनों को निरस्त रखने का निर्देश जारी किया है। कौन-कौन सी ट्रेनें रद्द रहेंगी? एन...
हाईस्कूल फेल, 71 साल में सरकारी नौकरी पाकर कमल हासन ने मां का सपना किया पूरा
Kerala, State

हाईस्कूल फेल, 71 साल में सरकारी नौकरी पाकर कमल हासन ने मां का सपना किया पूरा

कोच्चि: भारतीय सिनेमा के उलग्नायगन कमल हासन ने हाल ही में केरल में आयोजित हॉर्टस आर्ट एंड लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लिया। अभिनेत्री मंजू वारियर के साथ एक सत्र में उन्होंने सिनेमा और राजनीति पर चर्चा की और अपने निजी अनुभव साझा किए। कमल हासन ने हाल ही में तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली थी। इस दौरान उन्होंने अपने माता-पिता, डी. श्रीनिवासन अयंगर और राजलक्ष्मी, की याद करते हुए कहा कि उनका यह कदम मां के सपने को पूरा करने जैसा था। बचपन का अधूरा सपना पूरा कमल हासन ने बताया कि वे बचपन में हाईस्कूल में फेल हो गए थे। उनकी मां हमेशा चाहती थीं कि वे एसएसएलसी पास करके रेलवे जैसी सरकारी नौकरी करें। हालाँकि, करियर के रास्ते ने उन्हें फिल्मों की ओर मोड़ा, लेकिन 71 साल की उम्र में सांसद बनकर उन्होंने ऐसा अनुभव किया मानो मां का सपना पूरा कर दिया हो। उन्होंने भावुक होकर कहा, "जब मैंने...
मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं के बीच CM भजनलाल का अचानक दिल्ली दौरा
Politics, Rajasthan, State

मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं के बीच CM भजनलाल का अचानक दिल्ली दौरा

जयपुर: राजस्थान में भजनलाल सरकार के कार्यकाल के 2 साल पूरे होने के अवसर पर मंत्रिमंडल में बदलाव की सियासी चर्चाओं ने गर्माहट पकड़ ली है। इसी बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का अचानक दिल्ली दौरा सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर गया है। जानकारी के अनुसार, सीएम भजनलाल ने दिल्ली पहुंचते ही केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके अलावा संभावना जताई जा रही है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी भेंट करेंगे। इस दौरे को राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है। मंत्रिमंडल में नए चेहरे और जिम्मेदारियों का अनुमान राजनीतिक जानकारों के अनुसार, इस फेरबदल में कई नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं, जबकि आधा दर्जन मौजूदा मंत्रियों को संगठन में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि, कुछ सियासी विशेषज्ञ मानते हैं कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष...
मोकामा और कुचायकोट के बाहुबली विधायक शपथ ग्रहण से अनुपस्थित
Bihar, Politics, State

मोकामा और कुचायकोट के बाहुबली विधायक शपथ ग्रहण से अनुपस्थित

पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को 18वीं विधानसभा के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दो चर्चित बाहुबली विधायक शपथ लेने से चूक गए। मोकामा के अनंत कुमार सिंह और कुचायकोट के अमरेंद्र पांडेय इस बार भी विधानसभा में अनुपस्थित रहे। जब मोकामा विधायक अनंत कुमार सिंह का नाम शपथ के लिए पुकारा गया, तब कोई जवाब नहीं आया। अनंत कुमार सिंह चुनाव के दौरान हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड में जेल में बंद हैं और अभी तक जमानत नहीं मिली है। इससे पहले भी 2015 के विधानसभा चुनाव में जेल में होने के कारण अनंत सिंह पहले सत्र में शपथ नहीं ले पाए थे। उस बार उन्हें बाद में जेल वैन में लाकर शपथ दिलाई गई थी। इस बार भी संभावना है कि वे बाद में ही शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं, गोपालगंज के कुचायकोट के विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सके। उनके भतीजे मुकेश पांडेय को ब्रेन...
बावरिया: अपनी नजर में योद्धा, समाज की नजर में अपराधी – ब्रिटिश काल से नहीं धुली कालिख
State, Uttar Pradesh

बावरिया: अपनी नजर में योद्धा, समाज की नजर में अपराधी – ब्रिटिश काल से नहीं धुली कालिख

उत्तर भारत की बावरिया जनजाति राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात में फैली हुई है। ऐतिहासिक रूप से यह समुदाय जंगलों में शिकार, जाल फेंकना, लकड़ी, शहद और औषधीय पौधों पर निर्भर रहा। खुद को राजपूत योद्धाओं का वंशज मानने वाले बावरिया आज भी अपनी वीरता पर गर्व करते हैं, लेकिन समाज की नजर में इन्हें बेरहम अपराधी माना जाता है। ब्रिटिश शासन के दौरान 1871 में इन्हें “आपराधिक जनजाति” घोषित कर दिया गया। इसके चलते सदियों तक कलंक लगा रहा। स्वतंत्र भारत में 1952 में यह कानून समाप्त हुआ, लेकिन 1953 का हैबिचुअल ऑफेंडर्स एक्ट इस कलंक को कायम रख गया। आज भी पुलिस और समाज की नजर में बावरिया “चोर-डकैू” ही माने जाते हैं। बावरिया मुख्य रूप से राजस्थान (अलवर, भरतपुर, जयपुर, दौसा), उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश (चंबल क्षेत्र), हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और गुजरात में बसे हैं। हाल ही में शामली...
बाड़मेर में ED की बड़ी कार्रवाई: NGO पर विदेशी फंडिंग का शक, डायरेक्टर आदिल से 12 घंटे पूछताछ
Rajasthan, State

बाड़मेर में ED की बड़ी कार्रवाई: NGO पर विदेशी फंडिंग का शक, डायरेक्टर आदिल से 12 घंटे पूछताछ

बाड़मेर, संवाददाताराजस्थान के बाड़मेर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशों से आने वाली करोड़ों रुपये की फंडिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ED की टीम ने महिला मंडल बाड़मेर आगोर के कार्यालय और एनजीओ के डायरेक्टर आदिल खान के आवास पर 12 घंटे तक छापेमारी की। इस दौरान ED की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने कब्जे में लिए और एनजीओ से जुड़े लोगों से पूछताछ की। सुरक्षा के मद्देनजर सीआरपीएफ के जवान भी तैनात रहे। एनजीओ महिला सशक्तिकरण, दिव्यांग जन कल्याण और अन्य सामाजिक परियोजनाओं में काम करता है। हालांकि ED ने अभी तक कार्रवाई को लेकर आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार दस्तावेजों की जांच से महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। एनजीओ पर विदेशी फंडिंग को लेकर संदेह जताया जा रहा है। आदिल खान और उनकी पत्नी से लंबी पूछताछ की गई। यह एनजीओ पिछले 34 वर्षों से कार्यरत है और अब ED क...