Saturday, December 6

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💥 हजारीबाग पुलिस की बड़ी कार्रवाई: रंगदारी के दो मामलों में 6 अपराधी गिरफ्तार, देसी पिस्तौल और आठ कारतूस बरामद
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💥 हजारीबाग पुलिस की बड़ी कार्रवाई: रंगदारी के दो मामलों में 6 अपराधी गिरफ्तार, देसी पिस्तौल और आठ कारतूस बरामद

झारखंड के हजारीबाग जिले में रंगदारी और धमकी के दो मामलों में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये बदमाश एक स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहे थे और डराने-धमकाने के लिए उनके घर पर गोलीबारी भी की थी। 🕵️‍♂️ गिरफ्तारी और बरामद सामग्री गिरफ्तार अपराधी: हजारीबाग जिले के निवासी बरामद सामान: 1 देसी पिस्तौल 8 कारतूस 6 मोबाइल फोन 1 मोटरसाइकिल बरही अनुमंडल के एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने 30 अक्टूबर को डॉक्टर से रंगदारी मांगने और 6 नवंबर को डॉक्टर के घर में गोलीबारी करने की बात कबूल की है। 📱 रंगदारी के अन्य मामलों से भी जुड़ा पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इन अपराधियों ने एक ही मोबाइल नंबर का इस्तेमाल टाटीझरिया के एक अन्य व्यक्ति से रंगदारी मांगने के लिए किया था। इस संबंध में टाटीझरि...
झारखंड में नीतीश कुमार का जदयू कमजोर, ‘कुर्मी’ बनाम ‘कुड़मी’ सियासत में उलझी पार्टी
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झारखंड में नीतीश कुमार का जदयू कमजोर, ‘कुर्मी’ बनाम ‘कुड़मी’ सियासत में उलझी पार्टी

रांची: बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय नेता नीतीश कुमार की राजनीतिक पकड़ बिहार में मजबूत होने के बावजूद, पड़ोसी राज्य झारखंड में पार्टी अपनी पैठ नहीं बना पा रही है। लगभग दो दशक से सत्ता में बने रहने वाले नीतीश कुमार ने झारखंड में कई प्रयास किए, जातीय समीकरण साधने की कोशिश की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। जातीय समीकरण साधने की कोशिशें:2024 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने झारखंड के कुर्मी और कोइरी नेताओं के साथ कई बैठकें कीं। उनका उद्देश्य था कि कुर्मी वोटरों को साधकर जदयू के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया जाए। 2022 में खीरू महतो को बिहार से राज्यसभा भेजा गया ताकि झारखंड में कुर्मी प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा सके। इसके अलावा महतो को जदयू का सचेतक भी बनाया गया। सीट शेयरिंग ने सब चौपट किया:हालांकि, 2024 के विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे में जदयू को केवल 2 सीटें मिलीं...
तदाशा मिश्रा बनीं झारखंड की पहली महिला डीजीपी, एनकाउंटर वाली छवि से मिली पहचान
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तदाशा मिश्रा बनीं झारखंड की पहली महिला डीजीपी, एनकाउंटर वाली छवि से मिली पहचान

रांची: झारखंड कैडर की 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को राज्य की कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। यह जिम्मेदारी उन्हें पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के इस्तीफे के बाद सौंपी गई। इस अहम पद के लिए वरिष्ठ अधिकारियों अनिल पाल्टा (1992 बैच), प्रशांत सिंह (1992 बैच) और एम.एस. भाटिया (1993 बैच) भी दावेदार थे, लेकिन अंततः बाजी तदाशा मिश्रा के नाम रही। 🔹 बोकारो में सख्त अफसर के रूप में बनाई पहचान बोकारो में एसपी के रूप में कार्यकाल के दौरान तदाशा मिश्रा ने अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसकर अपनी सख्त छवि बनाई। उनके नेतृत्व में रंगदारी, हत्या और अपहरण जैसी घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई। उन्होंने कई कुख्यात अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाकर आधा दर्जन से अधिक अपराधियों का एनकाउंटर किया। 🔹 आनंद सिंह एनकाउंटर से मिली प्रसिद्धि बोकारो एसपी रहते हुए उनकी सबसे चर्चित कार्रवाई आन...
देवघर में पति-पत्नी के बीच मामूली विवाद खतरनाक, धारदार हथियार से दोनों ने ले ली एक-दूसरे की जान
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देवघर में पति-पत्नी के बीच मामूली विवाद खतरनाक, धारदार हथियार से दोनों ने ले ली एक-दूसरे की जान

देवघर: झारखंड के देवघर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ पति-पत्नी के बीच मामूली विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। इस हिंसक झगड़े में रवि शर्मा (30) और उनकी पत्नी लवली शर्मा (24) की मौत हो गई। 🔹 किराए के मकान में हुई वारदात घटना बुधवार को देवघर नगर थाना क्षेत्र के बेलाबागान इलाके में स्थित एक किराए के मकान में हुई। पुलिस के अनुसार, सुबह जब पड़ोसियों ने देखा कि दरवाजा काफी देर तक नहीं खुल रहा, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को खून से लथपथ पाया। 🔹 धारदार हथियार से हमला, मौके पर मिला चाकू नगर थाना प्रभारी राजीव कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मंगलवार रात पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। झगड़ा इतना बढ़ा कि दोनों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसमें दोनों की जान चली गई। घटनास्थल से एक च...